मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की उलटी गिनती चालू हो गयी है,ऐसे में अमित शाह के दौरे के कई सियासी मायने लगाए जा रहे है,
प्रदेश में बढ़ती सवर्ण वोटो की नाराजगी,महंगाई,एट्रोसिटी एक्ट का विरोध ये मुद्दे बीजेपी को सत्ता तक पहुंचने में रोडे अटकाए खड़े है,ऐसे में बीजेपी के सुप्रीमो अमित शाह ने खुद मोर्चा संभाला है.शाह की नजर मालवा-निमाड़ की 66 सीटों पर है,कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करना,मालवा के नाराज किसानों का डैमेज कंट्रोल के लिए जावरा में किसान सम्मेलन करना इस दौरे की महत्वपूर्ण कड़ी है,साथ ही राहुल गांधी के मंदसौर दौरे में किसानों के कर्ज माफी पर कांग्रेस को जवाब देंगे, इस पर रहेगी सबकी निगाह रहेगी.
“अब की बार आदिवासी सरकार” का नारा भी लगता है शाह के कानो तक पहुंच ही गया है,इस्लिये जयस कही उन्हें बहुमत के जादुई आंकड़े से दूर न करदे,इन सभी समीकरणों को देखते हुए जयस के पंख कुतरने उसी के गढ़ झाबुआ में आदिवासी सम्मेलन कर सभा को सम्बोदित करेंगे.देखना होगा इसका कितना असर चुनाव परिणाम पर होगा.
बहरहाल इंदौर के राजवाड़ा पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अगवानी में माँ अहिल्या प्रतिमा उद्यान परिसर में रेड कारपेट बिछाया गया,उन्होंने माँ अहिल्या को मल्ल्या अर्पण किया ,गौरतलब है की अमित शाह की अगवानी के लिए मालवी पगड़ी में पहुंचे है बीजेपी कार्यकर्ता.
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