छिंदवाड़ा निगम कमिश्नर इच्छित गढपाले ने निश्चित तौर पर कम समय मे ही शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन करने में अच्छी खासी सफलता हासिल की है लेकिन पिछले दिनों जब वे स्वच्छता अभियान की हकीकत जानने निकले तो उनकी हिटलरशाही भी खूब दिखाई दी… शहर के बस स्टैंड काम्प्लेक्स में साफ सफाई का जायजा लेने निकले तो कुछ दुकानदारो को समझाइश दी कुछ दुकानदारों के चालान भी बनवाये लेकिन, हद तो तब हो गई जब एक दुकानदार को निगम कमिश्नर ने अपने गार्ड से थप्पड़ जड़वा दिए ……इतना ही नहीं कमिश्नर साहब को एक बार में मजा नहीं आया तो गार्ड से कहा एक और जोर से लगाओ..
आखिर कौन सी वजह है जो कमिश्नर ऐसा करने पर उतारू हो गए देश के प्रधानमंत्री मोदी स्वच्छता और भाईचारे के संदेश दे रहे है वही छिंदवाड़ा की यह तस्वीरे नोकरशाहों के हिटलर शाही की पोल खोल रही है वहीँ जब इस मामले में नगर निगम कमिश्नर इच्छित गढपाले से बात की गई तो उन्होंने जो सफाई दी वो बात कुछ हजम नहीं हुई..निगम कमिश्नर का कहना है कि युवक अवैध शराब का अहाता चलता था…वो मोके से भागने की फ़िराक में था इस कारण हल्के थप्पड़ से उसे रोकने का प्रयास किया गया ..अगर वो भाग जाता तो आबकारी की कार्रवाई अधूरी रह जाती…
लेकिन वायरल वीडियो देखने से यह प्रतीत नही हो रहा है कि उक्त दूकानदार मोके से भागने की फ़िराक में है जबकि वो गार्ड की अभिरक्षा में सीधा और सरल खड़ा हुआ है..इसके बाद भी नगर निगम कमिश्नर के द्वारा उसे थप्पड़ जड़वाकर सार्वजनिक रूप से बेइज्जत करवाना कहा तक उचित है?आप खुद तय कीजिये
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