भोपाल | मध्य प्रदेश की सियासत में नया मोड़ आ गया है,कांग्रेस का सत्ता का वनवास तो पूरा हो गया है लेकिन गुटबाजी के लिए बदनाम रही कांग्रेस एक बार फिर गुटबाजी को लेकर सड़को पर आती नजर आ रही है,मुख्यमंत्री के नाम को लेकर संसय बरकार है, दिल्ली में राहुल गाँधी के आवास पर चल रही बैठक में नाम तय होना है,वहीं कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों ने कांग्रेस कार्यालय के बाहर हंगामा कर दिया, दोनों नेताओं के समर्थक हाथ में बैनर, पोस्टर लेकर अपने नेता की जयकारे लगते हुए नजर आए .
दरअसल,एक समय तो आया जब दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच बार बार झूमाझटकी की स्तिथि भी बन गई,स्तिथि पर काबू पाने के लिए कांग्रेस के कई बड़े नेता बिच बचाव में आए लेकिन समर्थकों को रोकना मुश्किल रहा,लेकिन एक बात तो साफ है सीएम ऐलान के पहले और बाद भी स्तिथि हंगामेदार होने की पूरी सम्भावना बनते नजर आ रही है.
कुल मिलाकर मध्य प्रदेश में पिछले 15 में पहली बार कांग्रेस जमीनी तौर पर संगठित नजर आयी जिसका प्रतिसाद भी कांग्रेस को इस चुनाव में देखने को मिला,लेकिन एक बार फिर कांग्रेस की गुटबाजी सड़को पर नजर आ रही है,बतादें की दिल्ली में चल रही बैठक में नाम पर मुहर लगेगी और किसी भी समय नए मुख्यमंत्री की घोषणा हो सकती है.
COMMENTS