मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद ईवीएम विवाद को लेकर मचा विवाद बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस प्रदेश कमेटी ने अब जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी है. कांग्रेस ने ईवीएम में छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं. कांग्रेस ने मांग की है कि जहां-जहां ईवीएम मशीनों में खराबी पाई गई है और स्ट्रांग रूम में पहुंचाने में देरी हुई है उन सारे मामलों की SIT से जांच कराई जाए. मामले की सुनवाई छह दिसंबर को होगी.
कांग्रेस ने यह भी मांग की है कि संबंधित अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से चुनाव प्रक्रिया से अलग किया जाए. इससे पहले ईवीएम बवाल पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाक़ात की और ईवीएम की सुरक्षा को लेकर शिकायत की. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाक़ात की और अपनी आपत्ति दर्ज कराई. इस दौरान कमलनाथ के साथ विवेक तंखा और कपिल सिब्बल भी मौजूद थे.
कमलनाथ ने चुनाव आयोग से कहा कि मध्य प्रदेश के हर जिले से शिकायत आ रही है चाहे वह EVM को लेकर हो ,चाहे मशीनों के होटल में पाए जाने को लेकर हो. कमलनाथ ने मांग की है कि संबधित अधिकारियों को चुनाव कार्य से हटाया जाए. कमलनाथ ने यह भी मांग रखी कि पहले राउंड की काउंटिंग में जब तक हर पार्टी का सिग्नेचर नहीं होता, दूसरे राउंड की काउंटिंग शुरू न की जाए. पहले राउंड का रिजल्ट घोषित किया जाए फिर दूसरा राउंड शुरू हो.
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