भोपाल : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा सोमवार को 192वें दिन मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के बरमान घाट पर समाप्त हो गई। वर्ष 1993 से वर्ष 2003 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय (70 वर्ष) ने अपनी पत्नी अमृता राय के साथ इसी बरमान घाट से पिछले साल 30 सितंबर को नर्मदा पूजन के बाद यह नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा शुरू की थी। इस पदयात्रा के दौरान दिग्विजय ने मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 110 सीटों का दौरा किया है। माना जा रहा है कि इसका फायदा कांग्रेस को इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में मिल सकता है।
दिग्विजय, अमृता और पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा, नारायाण सिंह अमलाबे सहित उनके कई समर्थक नर्मदा नदी के दोनों किनारे करीब 3,300 किलोमीटर की इस पदयात्रा के बाद सोमवार सुबह बरमान घाट पर पहुंचे। घाट पर पहुंचने के बाद दिग्विजय और उनकी पत्नी ने यात्रा पूरी होने से जुड़े कई धार्मिक कर्मकांड किए।
शुभकामनाएं देने पहुंचे दिग्गज नेता
इस दौरान इस धार्मिक यात्रा को पूरी करने के लिए दिग्विजय को शुभकामनाएं देने के लिए पूर्व केन्द्रीय मंत्रीगण कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी और मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव के साथ ही कई अन्य पार्टी नेता वहां पहुंचे।
चुनाव में फायदा मिलने की उम्मीद
कांग्रेस का दावा है कि अपनी पदयात्रा के दौरान दिग्विजय ने प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार के अब तक के शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार से संबंधित सबूत बड़ी तादाद में इकट्ठा किए हैं। कांग्रेस का कहना है कि अब वह मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने पर चल रहे भ्रष्टाचार की पोल खोलेंगे।
अपनी इस पदयात्रा के दौरान दिग्विजय ने मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 110 सीटों का दौरा किया। माना जा रहा है कि इसका फायदा कांग्रेस को इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में मिल सकता है।
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