इंदौर . मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी और मिनी मुंबई के नाम से जाने जाने वाला इंदौर शहर खानपान के अलावा स्वच्छता के लिए भी देशभर में जाना जाता है। दुनियाभर के देश इस क्षेत्र में इंदौर का लोहा मान चुके हैं। शहर को इस बुलंदी तक पहुंचाने में सबसे अहम योगदान करने वाले नगर निगम के इन सफाईकर्मियों की दिवाली अच्छे से मने इसका बीड़ा शहर के एक एनजीओ ‘अर्थसंगिनी’ ने उठाया। इस संस्था ने स्थानीय स्तर पर कारोबार करने वाली महिलाओं से सामान खरीद कर नगर निगम की सफाईकर्मी महिलाओं को वितरित किया। अर्थसंगिनी ने इन सफाईकर्मियों को कोराना से बचाने के लिए मास्क, कंबल और दिवाली पर घर सजाने का सामान का वितरण किया।
अर्थसंगिनी की मुखिया को चलाने वाली शानू मेहता के मुताबिक ‘इंदौर को सफाई में बार-बार पहले स्थान पर पहुंचाने वाली महिलाओं का जितना भी सम्मान किया जाए वो कम है। इंदौर शहर इन सफाईकर्मियों की कड़ी मेहनत के कारण ही 4 बार सफाई में पूरे देश में नंबर एक स्थान पर पहुंचा है। इसलिए दिवाली पर इनका सम्मान जरूरी है। संस्था के उद्देश्य के बारे में बताते हुए शानू मेहता ने कहा कि ‘अर्थसंगिनी का मुख्य उद्देश्य अपना खुद का कारोबार करने वाली महिलाओं की हर प्रकार से मदद करना है। हम उनको आर्थिक के साथ उनके प्रोडक्ट की मार्केटिंग में मदद और स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग भी देते हैं। कुल मिलाकर दिवाली के मौके पर अर्थसंगिनी’ की इस पहल ने सफाईकर्मियों के चेहरे पर मुस्कान लाई है। वहीं संस्था ने जिस तरह से आत्मनिर्भर भारत अभियान में अपने स्तर से योगदान दिया है, वो निश्चित तौर पर काबिलेतारीफ है।
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