भोपाल : विधानसभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश दौरे पर आए मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने मतदाता सूचि में फर्जी मतदाताओं के नामों के आरोपों को नाकार दिया है. साथ ही साथ उन्होंने ईवीएम मशीन में गड़बड़ी को लेकर राजनीतिक दलों पर तंज कसा.
इलेक्शन कमिश्नर ओपी रावत ने राजधानी भोपाल में मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि प्रदेश की मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं के नाम नहीं है. मृत, अनुपस्थित और स्थानांतरित मतदाताओं का खुलासा हमनें ही किया है. नियम कहता है कि एक मतदाता का नाम दो जगह नहीं होना चाहिए. ऐसे नाम पाया जाना अपराध है पर हमारे यहां लोकतंत्र है. हम नोटिस देकर जवाब लेते हैं फिर नाम एक जगह से हटाते हैं. नाम जोड़ना और हटाना सतत चलने वाली प्रक्रिया है. वही निर्वाचन आयुक्त ने निष्पक्ष चुनाव और ईवीएम मशीन में गड़बड़ी के आरोपों पर राजनीतिक पार्टियों को आड़े हाथ लिया.
उन्होंने कहा कि कोई राजनीतिक दल चुनाव जीतने पर ईवीएम पर सवाल क्यों नहीं उठाता. ईवीएम को सबने कसूरवार ठहराया है. कम से कम एक कसूरवार हमेशा रहना चाहिए नहीं तो हारने पर किसको दोष देंगे. ईवीएम का कोई कसूर नहीं क्योंकि ईवीएम किसी से बात नहीं कर सकती, उसमें कोई वायर कनेक्शन नहीं होता. जो पार्टी बुराई करती है कभी ना कभी वो बहुत बड़े बहुमत से जीतती भी है, लेकिन उस समय कोई सवाल नहीं उठता. जब ईवीएम पर गड़बड़ी के आरोप लगते है तो हमें बुरा लगता है.
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