इंदौर : कुशल प्रशासनिक कार्यशैली के लिए पहचाने जाने वाले पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के सीएमडी आकाश त्रिपाठी ने अपने स्मार्ट मैनेजमेंट की बदौलत विद्युत कंपनी को कार्पोरेट में तब्दील कर दिया. एमपीईबी में व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के साथ ही उपभोक्ताओं की परेशानियों को दूर करने के लिए भी सीएमडी आकाश त्रिपाठी स्मार्ट तरीके अपना रहे है. जी हां बिजली कंपनी बिल जनरेट करने और उसके भुगतान के लिए आधुनिक तरीका अपनाने जा रही है.
बिजली बिल और मीटर रीडिंग में आने वाली गड़बड़ी जैसी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी अपने उपभोक्ताओं को नई सौगात देने जा रही है. रविवार 1 अप्रैल से प्रारंभ हो रहे नए वित्तीय वर्ष में बिजली कंपनी सेल्फ फोटो मीटर रीडिंग की अनोखी पहल शुरू कर रही है. उपभोक्ता को अपना बिल प्राप्त करना है तो उसे खुद के मीटर की फोटो खींचकर कंपनी के नंबर पर भेजनी होगी.
इसके बाद उसका बिल जनरेट करने की जिम्मेदारी कंपनी की होगी. इस तकनीक से उपभोक्ता अपने बिल से संतुष्ट हो सकेगा, साथ ही उसे अपनी पिछले और अगले महीने की रीडिंग का पता रहेगा.इससे गड़बड़ी होने की आशंका ख़त्म हो जाएगी.
प्रबंध निदेशक आकाश त्रिपाठी ने बताया कि इंदौर शहर के 6 लाख ग्राहकों के लिए यह सौगात दी गई हैं. इस तरह की सौगात अपनी तरह प्रदेश में पहली बार दी जा रही हैं. कोई भी बिजली ग्राहक अपने पंजीकृत मोबाइल से ऊर्जस एप के माध्यम से फोटो मीटर रीडिंग 1 से 5 तारीख तक भेज सकेगा. बिजली कंपनी उसी रीडिंग के आधार पर बिल जारी करेगा. यह ग्राहकों का विश्वास जीतने का अद्भुत प्रयोग हैं. साथ ही ग्राहकों के घर रीडरों की लापरवाही रोकने के लिए कारगर पहल भी हैं.
त्रिपाठी ने बताया कि बिजली के बिलो की साइकिलिंग ऐसी की गई हैं कि ग्राहकों को बिल जारी उसी दिन के हिसाब से होंगे, जिस दिन रीडिंग ली जा रही हैं. उसी दिन के आधार पर पंचिंग होगी, इसी के साथ बिजली कंपनी ने ऐसा इंतजाम किया हैं कि ग्राहकों के घर जब भी बिल पहुंचेगे, उसके पास मौजूदा तीन से आठ दिन की अवधि की बजाए अब 12 से 14 दिन बिल भरने के लिए मिलेंगे. # electricity # meter readings # photograph # Whatsapp # electricity bills
COMMENTS