भोपाल– भाजपा सरकार में हुई आर्थिक गड़बड़ियों के खिलाफ कमलनाथ सरकार ने आक्रामक रूख अपना लिया है. विधानसभा सत्र से दस दिन पहले दो पूर्व लोकसभा सदस्यों मनोहर ऊंटवाल व चिंतामणि मालवीय और राज्यसभा सदस्य नारायण सिंह के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने जांच शुरू कर दी है.
कमलनाथ सरकार एक बार फिर भाजपा सरकार में हुई आर्थिक गड़बड़ियों को लेकर पूरे एक्शन में नजर आ रही है. दरअसल, भाजपा के पूर्व सांसद मनोहर ऊंटवाल, चिंतामणि मालवीय एवं नारायण सिंह केसरी द्वारा एनजीओ ‘सोसायटी फॉर अवेयरनेस एंड मोटिवेशन इन बेसिक आसपेक्ट्स ऑफ लाइफ’ को काम देने की अनुशंसा के मामले में जांच शुरू कर दी है. साथ ही ईओडब्ल्यू तत्कालीन कलेक्टरों और जिला सांख्यिकी अधिकारियों के खिलाफ भी जांच करेगा. मामला मध्य प्रदेश के स्कूलों में कंप्यूटर स्थापना एवं प्रशिक्षण से जुड़ा है.
कुल मिलाकर भाजपा के पूर्व सांसद ऊंटवाल ने शाजापुर व आगर मालवा, मालवीय ने उज्जैन और राज्यसभा सदस्य केसरी ने रतलाम में स्कूलों में कंप्यूटर की स्थापना प्रशिक्षण के लिए तत्कालीन जिला कलेक्टरों को संबल से काम कराने की अनुशंसा की थी. बहरहाल ईओडब्ल्यू ने मामले में जांच शुरू कर दी है.
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