अशोकनगर– अशोकनगर के माधव भवन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 2 माह में जन्मी बेटियों का जन्मोत्सव धूमधाम से बनाया गया. इसा दौरान बेटियों का केक भी काटा गया साथ ही माताओं को माला पहनाकर सम्मानित भी किया गया.
एक वक्त था, जब समाज बेटा-बेटी में भेदभाव करता था. बेटी के जन्म पर जहां मायूसी छा जाती थी, वहीं बेटे के जन्म की खुशियां ढोल बजाकर, कुआं पूजन कर मनाई जाती थी. बेटी के जन्म पर खुशियां मनाए जाने की घटना विरले ही मिलती थी. मगर सरकार व सामाजिक संगठनों के प्रयासों से अब स्थितियां बदली हैं. अब बेटा ही नहीं, बेटी के जन्म पर भी खुशियां मनाई जाती हैं. इसी क्रम में अशोकनगर में एक मिसाल पेश करते हुए महिला बाल विकास विभाग द्वारा बड़े स्तर पर बेटी जन्म उत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कलेक्टर मंजू शर्मा उपस्थित रहे. सबसे पहले मंच पर कलेक्टर ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश के हर सर्वोच्च पद पर एक महिला आसीन है इसलिए हमें बेटी के जन्म लेने पर गौरवान्वित महसूस करना चाहिए. कार्यक्रम में उपस्थित 57 बेटियों को तिलक लगाकर उनका केक काटा गया. इस दौरान कलेक्टर मंजू शर्मा ने बेटियों एवं उनकी माताओं को माला डालकर सम्मानित भी किया साथ ही लाड़ली लक्ष्मी योजना का एफिडेविट भी उनकी माताओं को सौंपा गया.
कुल मिलाकर महिला एवं बाल विकास विभाग की पहल उल्लेखनीय है. बेटी जन्म लेती है तो इसे एक उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है.
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