इंदौर : सरवटे बस स्टैंड पर शनिवार रात चार मंजिला होटल की वर्षों पुरानी बिल्डिंग ढह गई। एमएस नाम से यह होटल बस स्टैंड के ठीक सामने चौराहे पर बनी थी। हादसा रात करीब सवा नौ बजे हुआ। हादसे के कुछ मिनट पहले होटल के बाहर पार्क की जा रही एक कार के इस बिल्डिंग के पिलर से टकराने की जानकारी मिली है। प्रशासन इसे ही हादसे का कारण बता रहा है। आधी रात तक प्रशासन ने 10 मौतों की पुष्टि कर दी थी। इनमें दो महिलाएं हैं।
इंदौर के इतिहास में यह हादसा सबसे भयावह हादसा बताया जा रहा है। इससे पहले 1991 में अनूप नगर में निर्माणाधीन अनंतश्री बिल्डिंग गिर गई थी जिसमें 9 लोग मारे गए थे। प्रत्यशदर्शियों के मुताबिक घटना के वक्त 18 कमरों की इस होटल में कई मुसाफिर थे। होटल के कमरे में ठहरे मुसाफिर जब करवटें बदल रहे थे तो उन्हें अंदाजा भी नहीं था की उनकी जिंदगी इन करवटों के साथ मलबे में तब्दील हो जाएगी। महज 20 सेकण्ड में कई ज़िंदगियां तबाह हो गई। रजिस्टर में 41 लोगों की एंट्री मिली, घटना के वक्त होटल में कितने लोग मौजूद थे, यह स्पष्ट नहीं है। बिल्डिंग इतनी तेजी से गिरी कि किसी को बचने का मौका ही नहीं मिला।
होटल की चपेट में गुजर रहे लोग भी आ गए। अचानक तेज धमकके जैसी आवाज आई। लोग कुछ समझ पाते तब तक चार मंजिला ईमारत मलबे का ढेर बन गई।
इनकी हुई मौत
हादसे में राजू पिता रतनलाल (35), रुस्तम का बगीचा। हरीश सोनी (70)। सत्यनारायण चौहान (60) लुनियापुरा। आनंद पोरवाल (नागदा)। राकेश राठौर नंदबाग, इंदौर। दो महिलाओं और तीन पुरुषों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। मुकेश पिता रामलाल (42) राजनगर धर्मेन्द्र पिता देवराम (30) घायल हैं।
सीएम ने की सहायता राशि की घोषणा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के सरवटे बस स्टैंड क्षेत्र में होटल गिरने की दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए तथा घायलों को पचास- पचास हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि घायलों का इलाज कराया जाएगा। सीएम पीड़ित परिवारों और घायलों से मिलने इंदौर भी आ सकते हैं।
कार मालिक ने दी सफाई-
जिस स्कोडा कार की टक्कर से होटल के पिलर को नुकसान की बात कही जा रही है वो एक अन्य होटल के मालिक अशोक अरोरा की निकली। वे रात पौने दो बजे मीडिया के सामने सफाई देने आए। अरोरा ने कहा कि हादसा गाड़ी टकराने की वजह से नहीं हुआ। होटल से उनकी गाड़ी नहीं टकराई । वे तो गाड़ी पार्क कर के चले गए थे।
दो मंजिल ईमारत की नींव पर बना दी चार मंजिल –
लोगों के मुताबिक होटल एमएस की पुरानी बिल्डिंग असल में दो मंजिला थी। धीरे-धीरे ऊपर निर्माण कर इसे चार मंजिला बना दिया गया। पुराने भवन के ऊपर ही नया निर्माण किया जाता रहा। नींव कमजोर होने की वजह से ईमारत ढह गई।
जिम्मेदार कौन ?
इंदौर के इतिहास में यह हादसा कलंक कके रूप में दर्ज़ हो गया, लेकिन सवाल उठाकर सामने आता है की आखिर इस हादसे का जिम्मेदार कौन है ? पुराणी बिल्डिंग का निर्माण होना कही न कही प्रशासन की लापरवाही भी दर्शाती है। स्मार्ट सिटी बनने जा रहे है इंदौर में इस तरह के हादसे की काली तस्वीर ये भी बयां करती है कि क्या इंदौर ऐसे स्मार्ट शहर बन सकता है।
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