भोपाल : चुनावी साल में एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हर वर्ग को साधने की कोशीश कर रहे वही दूसरी तरफ सरकार के मंत्री विवादित बयान देकर पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है. उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया की ओर से डॉक्टरों को लेकर दिए गए अप्पतिजनक बयान के बाद प्रदेशभर के डॉक्टर संगठनो में आक्रोश का माहौल है. वही अब इस मामले में स्वास्थ मंत्री रुस्तम सिंह सामने हो गए है.
गौरतलब है कि उच्च शिक्षा मंत्री पवैया ने कहा था कि मरीज को टेबल पर व् देखते ही डॉक्टरों के मन में लालच आ जाता है. डॉक्टरों के लालच का शिकार मरीज व उनके परिजन को होना पड़ता है. डॉक्टर ऑपरेशन थिएटर में मरीज को बेहोश कर बाहर आ जाते हैं और बाद में परिजनों से उसकी जिंदगी बचाने के नाम पर लाखों रुपए की डिमांड करते हैं. ऐसे डॉक्टर कभी भी देश के नहीं हो सकते.
वही इस बयान पर स्वास्थ मंत्री रुस्तम सिंह का कहना है कि-शासकीय अस्पतालों में तो ऐसा हो ही नहीं सकता, निजी क्षेत्र के डॉक्टर भी पहले फीस तय कर लेते हैं. पवैया ने ऐसा कहा है तो जरूर उनका कोई निजी अनुभव होगा.
उधर पवैया के इस बयान के बाद प्रदेश में डॉक्टरों में आक्रोश फैल गया है. डॉक्टरों के संगठन मंत्री के इस बयान को गैर जिम्मेदाराना बताकर मांफी की मांग कि हैं. आईएमए ग्वालियर के अध्यक्ष डॉ. रविशंकर डालमिया ने कहा कि इस संबंध में जल्द ही मेडिकल एसोसिएशन की मीटिंग बुलाई जाएगी.
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