भोपाल | विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मिया तेज हो गयी है,टिकट के दावेदार ताल ठोक रहे है तो दूसरी और कुछ विधायक-मंत्रियो को हार का डर सता रहा है,मुख्य वजह सिर्फ दो एंटी इंकम्बेंसी और एट्रोसिटी एक्ट.
वर्तमान सरकार के 32 में से 6 मंत्री अपनी ही सीट पर डेंजर जोन में है,अब ये मंत्री सुरक्षित सीट तलाश रहे है,BJP के संगठन महामंत्री सुहास भगत भी जमीनी कार्यकर्ताओ से साथ-साथ अनुषांगिक संगठनों से भी फीडबैक ले रहे है,गौरतलब है की पिछले चुनाव में मोदी लहार होने के बावजूद शिवराज सरकार के 10 मंत्री चुनाव हार गए थे.
१. भूपेंद्र सिंह -गृह परिवहन मंत्री (उम्र -58 )
इस लिस्ट में सूबे के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह का नाम भी शामिल है ,पिछली विधान सभा चुनाव में खुरई की सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अरुणदेव चौबे से 6084 वोटो से जीते थे,यहाँ करीब ६५% वोटर्स ठाकुर,ब्राह्मण और यादव है ऐसे में ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार स्थानीय नाराजगी ज्यादा है.
प्रदेश के गृह मंत्री को हार का डर सता रहा है,इनकी नजरे अब सुरखी विधानसभा पर है यहाँ से 1993 और 1998 में चुनाव जीत चुके है.
2. दीपक जोशी -तकनिकी शिक्षा मंत्री (उम्र -56 )
अगला नाम है पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र दीपक जोशी का,जी हां हाटपिपलिया से लगातार दो बार विधायक रहे और पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के राजेंद्र सिंह बघेल से 6173 वोटो से जीते थे,लकिन अब यह उनकी जमीनी स्तिथि कमजोर नजर आ रही है,पास के ही विधानसभा खातेगांव पर अब इनकी नजरे टिकी है,अब उनका लगातार आयोजनों में जाना -आना लगा हुआ है.
3. लाल सिंह आर्य -सामान्य प्रशासन मंत्री (उम्र -54 )
इस लिस्ट में प्रदेश के सामान्य प्रशासन मंत्री लाल सिंह आर्य भी शामिल है ,भिंड जिले की एक मात्र आरक्षित सीट गोहद से विधायक है,सूत्रों की माने तो स्थानीय BJP नेताओ की नाराजगी है,साथ ही एट्रोसिटी के चलते सबसे जायदा विरोध का सामना करना पड़ रहा है,इनकी नजरे अब भांडेर सीट पर है,इन्होने अपनी सक्रियता भांडेर में बड़ा ली है
4. रामपाल सिंह – PWD मंत्री (उम्र -62 )
रामपाल सिंह का नाम पिछले दिनों मीडिया की सुर्खिया बना रहा जहाँ रामपाल के बेटे गिरिजेश की कतिथ पत्नी प्रीति रघुवंशी के सुसाइड के बाद क्षेत्र के रघुवंशियो की नाराजगी बनी हुई है,जबकि सिलवानी विधानसभा में 84 गांव रघुवंशी बाहुल्य है,ऐसे में कांग्रेस किसी रघुवंशी तो टिकट देकर इनका खेल बिगाड़ सकती है पिछली बार देवेंद्र पटेल से १७०७८ वोट से जीते थे ,अभी इनकी नजरे उदयपुरा विधान सभा पर है.
5. सुरेंद्र पटवा :- पर्यटन मंत्री (उम्र -54 )
अगला नाम प्रदेश के पर्यटन मंत्री सुरेंद्र पटवा का है जिनका नाम लोन डिफॉलटर के कारण अखबारों की सुर्खियों में रहा,पटवा भोजपुर सीट से लगातार २ बार विधायक है ,लकिन अब उनको स्तानीय तौर पर विरोधो का सामना करना पड़ रहा है,बहरहाल वे मनासा में एक माह में आधे दर्जन बड़े कार्यक्रम करवा चुके है.इनकी निगाह अब मनासा सीट पर है.
6. माया सिंह :- नगरीय प्रसाशन मंत्री (उम्र -68 )
सूबे की नगरीय प्रसाशन मंत्री माया सिंह का नाम भी इस लिस्ट में शुमार है ,वतमान में ग्वालियर पूर्व की विधायक है कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल से 1147 वोटो से जीती थी, बतादे की हार जीत के अंतर से जयादा यहाँ NOTA वोट थे, ऐसे में माया की नजरे ग्वालियर ग्रामीण पर है,यहाँ कुशवाह जाटव के ६५ हजार वोट तथा गुर्जरो के 20 हजार है.
इनके अलावा सूत्रों की माने तो हर्ष सिंह,गौरीशंकर शेजवार ,कुशुम मेहदेले ,शरद जैन अपनी उम्र और बीमारी के चलते हो सकते इस चुनावी दंगल से बहार ,बहरहाल देखना दिलचस्प होगा ऐसे में इनका विकल्प परिवार होगा है पार्टी.
ब्यूरो रिपोर्ट MP न्यूज़ भोपाल
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