मुरैना। छत्तीसगढ़ के सुकमा में शहीद हुए जवान राम किशन सिंह को सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव में अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान वहां प्रदेश के मंत्री सहित जिले के अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.
छत्तीसगढ़ के सुकमा नक्सली हमले में शहीद हुए रामकिशन सिंह तोमर का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव तरसमा पहुंचते ही हजारों की संख्या में इंतजार कर रहे लोगों की अांखे नम हो गईं. वहां पूरे राजकीय सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. शहीद की अंतिम विदाई में उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए मध्य प्रदेश के सामान्य प्रशासन मंत्री लाल सिंह आर्य, जिले के अधिकारी सहित हजारों लोग मौजूद थे.
इस दौरान आंखों में आंसू और सीने में दर्द भरे लफ्जों में शहीद की पत्नी ने सरकार की नाकामी बताते हुए कहा कि, सरकार जवानों के लिये कुछ नहीं कर रही है, नक्सलियों को तो जड़ से उखाड़ फेंक देना चाहिए. इस दौरान शहीद की पत्नी ने कहा कि, मुझे बंदूक दो में दस को मार दूंगी. वहीं शहीद रामकिशन के लड़के ने कहा कि, में भी सेना में जाऊंगा और अपने पापा की मौत का बदला लूंगा. मुझे सेना में भर्ती करना पापा का सपना था.
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