इंदौर : विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश में अभी से रणनीतियां बनना शुरू हो गई है. वही अगर बात की जाए प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर की तो, यहाँ के राजनीतिक गलियररों में सियासी गुणा भाग शुरू हो गया है. इंदौर की राजनीति में लोकसभा अध्यक्ष और शहर की ताई सुमित्रा महाजन का नाम सबसे कद्दावर नेता के रूप में सामने आता है. वही अब ताई की सियासी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए उनके छोटे बेटे मंदार महाजन राजनीति में सक्रिय हैं.
सुमित्रा महाजन की उम्र 75 साल हो रही है. सूत्रों की माने तो साल के आखिर में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मंदार महाजन सियासी पारी का आगाज कर सकते हैं. इंदौर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में से एक सीट पर चुनाव लड़ने की संभावना है.
मंदार महाजन इंदौर फ्लाइंग क्लब के मुख्य पायलट हैं. पिछले कुछ सालों से स्थानीय राजनीति में वो सक्रिय भूमिका अदा कर रहे हैं. आगामी विधानसभा चुनाव में उनके उतरने की संभावना है. इंदौर-3, देपलापुर और राऊ विधानसभा क्षेत्रों में से किसी एक सीट पर वो लड़ सकते हैं. मौजूदा समय में इन तीन सीटों में दो बीजेपी के पास और राऊ विधानसभा सीट कांग्रेस के सक्रीय विधायक जीतू पटवारी के पास है.
शिवराज सरकार ने अगस्त 2014 में मंदार महाजन को मध्य प्रदेश राज्य वन्यजीव सलाहकार बोर्ड के लिए नामांकित किया था. राज्य सरकार के फैसले पर कुछ आपत्तियों के बाद विवाद खड़ा हो गया था.
लेकिन माना जा रहा है कि बीजेपी सुमित्रा महाजन के सियासी वारिस के तौर पर मंदार को पार्टी का टिकट दे सकती है. बीजेपी उन्हें विधानसभा चुनाव में उतारती है, तो सुमित्रा महाजन के चलते सियासी फायदा उन्हें मिल सकता है. क्योंकि पिछले दो दशक से सुमित्रा महाजन इसी क्षेत्र से सांसद हैं. पिछले आठ लोकसभा चुनाव से लगातार उन्होंने जीत दर्ज की है.
देपलापुर विधानसभा सीट बीजेपी का मजबूत गढ़ माना जाता है. इस सीट से बीजेपी मनोज पटेल विधायक है, जिन्होंने 2013 में ये सीट कांग्रेस से छीनी थी.
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