देवास : एक तरफ मोदी सरकार तीन तलाक पर बिल पेश कर मुस्लिम महिलाओं को इन्सांफ दिलाने का प्रयास कर रही है. वही अभी भी कई प्रदेशों में महिलाओं को तीन तलाक की वजह से प्रताड़ित होना पड़ रहा है. ताजा मामला मध्यप्रदेश के देवास जिले से सामने आया जहां तीन तलाक से परेशान महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खून से खत लिखा है.
महिला ने खत में लिखा है कि माननीय प्रधानमंत्री जी…मैं अपने खून से खत लिख रही हूं. सच लिख रही हूं. आपकी सरकार में आये तलाक के कानून को मैंने सुना तो मैं अपनी पीड़ा आपको इस खत के ज़रिये बताने जा रही हूं. मेरे साथ तलाक के नाम पर घोर नाइंसाफी हुई है. मेरा ना पुलिस ने साथ दिया ना ही कोर्ट ने. मोदी जी एक आपसे ही उम्मीद करती हूँ कि मुझे आप इंसाफ दिलायेंगे.
बता दे कि देवास की रहने पीड़ित महिला का निकाह 2011 में जावेद नाम का शख्स से हुआ था. निकाह के छह महीने बाद जब महिला गर्भवती थी तब उसके शौहर ने उसे घर से निकाल दिया. महिला के परिवार ने समझौते की कोशिश की. उसके बाद एक दिन जावेद ने महिला को फोन पर तलाक तलाक तलाक कह दिया, जब महिला परिजनों ने पुलिस से शिकायत की तो पुलिस ने भी राज़ीनामें की नाकाम कोशिश की. मगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की. पीड़िता ने पांच साल पहले कलेक्टर की जनसुनवाई में अर्ज़ी लगाई. हर जगह से निराशा हाथ लगने के बाद अब पीएम मोदी ही महिला की आखिरी उम्मीद बचे है.
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