धार – क्या वंशवाद, पूंजीवाद, जातिवाद ही हमारे देश में हावी रहेगा। कांग्रेस में आज भी वंशवाद व गुटीय राजनीति हावी है। मेरे पिताजी या मेरे परिवार में पहले कोई मंत्री या उपमुख्यमंत्री नहीं रहा, इसलिए मेरी उपेक्षा की गई है। ऐसे ही लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, जिनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि सत्ता में रहने की रही है। ये दर्द है मंत्री नहीं बनाए जाने का….बदनावर विधायक राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज है और उन्होंने इस्तीफा देने की धमकी तक दे डाली…
दरअसल कांग्रेस में एकता का ऐलान करने वाले दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुटों में अभी भी मंत्री पद को लेकर घमासान मचा हुआ है….कई विधायक मंत्री नहीं बनाने से नाराज है.. कांग्रेस सरकार की मुश्किलें उसके अपनों ने ही बढ़ा दी है। मंत्री नहीं बनाने से कई विधायक नराज हैं… दरअसल, सीएम कमलनाथ के मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से बदनावर से कांग्रेस विधायक राजवर्धन सिंह दत्तीगांव काफी नाराज हैं. आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने जब इस्तीफा देने की बात कही तो उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो आपके पहले मैं इस्तीफा दूंगा और लोकसभा चुनाव के साथ फिर उपचुनाव लड़ूंगा।
बता दे की राज्यवर्धन ने बीजेपी के भंवर सिंह शेखावत को भारी मतों से मात दी है और ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी भी माने जाते हैं. सिंधिया ने ही उन्हें टिकट दिलवाया था. मंत्रिमंडल गठन के पहले दत्तीगांव का नाम मंत्रीपद की दौड़ में सबसे आगे था। लेकिन गुटीय, जातीय और क्षेत्रीय संतुलन के नाम पर एन वक्त पर उनका नाम हटा दिया गया। इससे क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ दत्तीगांव भी खासे नाराज हैं।
COMMENTS